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एन्क्रिप्शन क्या है और कैसे काम करता है | What is Encryption & How it works in Hindi

हेल्लो पाठकों !

क्या आप जानना चाहते है, एन्क्रिप्शन क्या है (What is Encryption in Hindi), एन्क्रिप्शन के प्रकार, इसके उपयोग, डेटा एन्क्रिप्शन कि आवश्यकता क्यों पड़ती है, एन्क्रिप्शन कैसे काम करता है (How Encryption works), Encryption kya hai, Encryption kaise kam korta hai ?

अगर आप इन सवालों के जवाब खोज रहे है, तो आपका इस पोस्ट में स्वागत है ।

आज की दुनिया में हर कई कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट की इस्तेमाल करके कही प्रकार के संदेश और बहुमूल्य जानकारी को दूसरों से आदान प्रदान करते है ।

जैसे जैसे इंटरनेट और कंप्यूटर की इस्तेमाल बढ़ रहा है, इसमे कई प्रकार के अपराध, हमलों और खतरे भी बढ रहा है ।

जब कोई व्यक्ति इंटरनेट का उपयोग करके कोई महत्वपूर्ण सूचना या डेटा को इंटरनेट से डिजिटल रूप में आदान प्रदान करता है, तो हैकर द्वारा उसकी बहमूल्य डेटा या सूचना को चूरी कर सकते है और डेटा का दुरूपयोग कर सकते है ।

तो अब सवाल यह उठता है कि आप इनसे कैस आपके सूचनों को बचाव करेंगे ?

आपके बहुमूल्य सूचना संसाधनों की सूरक्षा करने के लिए विभिन्न नियंत्रण और सुरक्षा विधि उपलब्ध हैं, इनमें से एन्क्रिप्शन भी एक महत्वपूर्ण सुरक्षा विधि है ।

तो चलिए एन्क्रिप्शन को बिस्तार से जानते है ।

एन्क्रिप्शन क्या है (What is Encryption) ?

एन्क्रिप्शन जानकारी को बदलकर छुपाने का एक तरीका है ताकि यह याददच्छिक डेटा प्रतीत हो । इंटरनेट पर सुरक्षा के लिए एन्क्रिप्शन की आवश्यकता है ।

एन्क्रिप्शन एक सादे टेक्स्ट संदेश को टेक्स्ट के सुरक्षित-कोडित रूप् में परिवर्तित करने की प्रकिया है, जिसे सिफरटकक्स्ट कहा जाता है, जिसे डिक्रिप्शन के माध्यम से प्लेनटेक्स्ट में वापस परिवर्तित किए बिना समझा नहीं जा सकता है ।

यह एक गणितीय फंक्शन और एक विशेष एन्क्रिप्शन/डिक्रिप्शन पासवर्ड के माध्यम से किया जाता है जिसे Key कहा जाता है । एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल लगभग हर डिजिटल बिजनेस इंटरेक्शन में किया जाता है ।

एन्क्रिप्शन वह तकनीक है जहां “Plain Text” जो डेटा है उनको सुरक्षित करने के लिए “Cipher Text” में बदल दिया जाता है, जिसे अनधिकृत यूजरों द्वारा आसानी से पहचाना नहीं जा सकता है ।

संदेश के मूल रूप को Plain Text के रूप में जाना जाता है और एन्क्रिप्टेड फॉर्म को Cipher Text कहा जाता है ।
किसी भी “Plain Text” को “Cipher Text” में बदलने के लिए Cryptography या क्रिप्टोसिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है ।

क्रिप्टोग्राफी क्या है (What is cryptography) ?

क्रिप्टोग्राफी को गुप्त लेखन बला जाता है, यह कई प्रकार के सुरक्षा खतरों के खिलाफ नियंत्रण के लिए सबसे मजबूत उपकरण है ।

कंप्यूटर विज्ञान में, क्रिप्टोग्राफी का उपयोग गणितीय अवधारणाओं और एल्गोरिदम नामक नियम पर आधारित गणनाओं के एक सेट की मदद से सूचना और संचार तकनीकों को सुरक्षित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इसमें संदेशों को ऐसे तरीके से बदला जाता है, जिन्हें समझना मुश्किल हैं।

क्रिप्टोग्राफी उच्च गणित में निहित है, समूह और क्षेत्र सिद्धांत, कप्प्यूटेशनल जटिलता और यहां तक कि वास्तविक विश्लेषण में भी इस्तेमाल किया जाता है ।

एन्क्रिप्शन के उपयोग क्या है (Uses of Encryption) ?

एन्क्रिप्शन जानकारी को बदलकर छुपाने का एक तरीका है ताकि यह याददच्छिक डेटा प्रतीत हो । इंटरनेट पर निचे दिए गए कारणों से एन्क्रिप्शन की उपयोग किया जाता है ।

  • नेटवर्क के जरिए डेटा को भजने व्यक्त डेटा को अनधिकृत इंटरसेप्शन हेरफेर से सुरक्षित रख सकता है ।
  • कंप्यूटर पर संग्रहीत जानकारी को अनधिकृत रूप से देखने और हेरफेर से सुरक्षित रख सकता है ।
  • डेटा के आकस्मिक या जानबूझकर किए गए परिवर्तनों का पता लगा सकता है ।
  • यहं लेन-देन या दस्तावेज की प्रामाणिकता को सत्यापित कर सकता है ।

हमारे अन्य पोस्ट पढ़े – डेटा सुरक्षा क्या है ?

एन्क्रिप्शन कितने प्रकार होते है (Types of Encryption)

एक प्रभावी एन्क्रिप्शन सिस्टम एल्गोरिदम की ताकत, गोपनीयता और एक Encryption Key से समझौता करने की कठिनाई के उपर निर्भर करते है ।

एन्क्रिप्शन कई प्रकार के होते हैं, प्रत्येक को विभिन्न आवश्यकताओं और सुरक्षा आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है । एन्क्रिप्शन के सबसे जादा उपयोग किए जाने वाले प्रकार है :-

  • DES
  • Triple DES
  • AES
  • RSA

Data Encryption Standard (DES)

DES पूरा नाम Data Encryption Standard है । सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली एन्क्रिप्शन योजना डेटा एन्क्रिप्शन स्टैण्डर्ड पर आधारित है ।

DES इलेक्टॉनिक हार्डवेयर उपकरणों में लागू किए जाने वाले एल्गोरिदम को निर्दिष्ट करता है और कंप्यूटर डेटा की क्रिप्टोग्राफिक सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाता था ।

DES को 1970 में NBS द्वारा राष्टीय सुरक्षा एजेंसी की मदद से विकसित किया गया था । इसका विकसित करने का पिछे उदेष्य यह था कि संवेदनशील वाणिज्यिक और अवर्गीकृत डेटा की सुरक्षा के लिए एक आदर्ष विधि प्रदान करना ।

पहला एन्क्रिप्शन एल्गोरिथम था जिसे अमेरिकी सरकार ने सार्वजनिक प्रकटीकरण के लिए अनुमोदित किया था । इसकी सादगी के कारणए इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के एम्बेडेड सिस्टम जैसे Smart Cards, Modems, Routers, Set Top Box, SIM cards मे भी इस्तेमाल किया जाता है ।

DES एक संदेश को एन्क्रिप्ट और डिक्रिप्ट करने के लिए एक ही Key का उपयोग करता है, इसलिए प्रेषक और रिसीवर दोनों को एक ही निजी Key को जानना और उसका उपयोग करना पड़ता है । यह एक बार में 64 बिट डेटा पर काम करता है ।

DES कभी इलेक्टॉनिक डेटा के एन्क्रिप्शन के लिए जाने माने, सममित Key एल्गोरिदम था, लेकिन इसे AES द्वारा हटा दिया गया है ।

Triple Data Encryption Standard

इस एल्गोरिथम के तीन अनुप्रयोगों के कारण इसे टिपल DES कहा जाता है । इसमें तीन अलग-अलग कुंजियॉ K1, K2 एवं K3 होती हैं । एक Key से एन्क्रिप्ट, दूसरी से डिक्रिप्ट और पहले वाली ामल से फिर से एन्क्रिप्ट किया जाता है ।

टिपल डेटा एन्क्रिप्शन सिस्टम सिंगल डेटा एन्क्रिप्शन की तुलना में काफी अधिक सुरक्षित हैं, लेकिन ये स्पश्ट रूप से सिंगल डेटा एन्क्रिप्शन का उपयोग करके एन्क्रिप्शन की तुलना में बहुत धीमी प्रक्रिया हैं ।

टिपल DES आमतौर पर ATM Pin और UNIX Password को एन्क्रिप्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है ।

Advanced Encryption Standard (AES)

AES पूरा नाम Advanced Encryption Standard है । संवेदनषील डेटा को एन्क्रिप्ट करने के लिए को दुनिया भर में सॉफटवेयर और हार्डवेयर में लागू किया जाता है।

AES क्रिप्टोग्राफिक रूप से इलेक्टॉनिक जानकारी को आमतौर पर गुप्त और शीर्ष गुप्त रखने के लिए एक कंप्यूटर सुरक्षा standard है । इस सूचना सुरक्षा standard को NIST द्वारा प्रकाशित और अनुरक्षित किया जाता है ।

AES एल्गोरिथ्म 128 बिट सममित, या सिंगल की, ब्लॉक सिफर का उपयोग करता है जो जानकारी को एन्क्रिप्ट और डिक्रिप्ट करता है ।

AES एन्क्रिप्शन प्रक्रिया सिफरटेक्स्ट बनाती है, जो डेटा का एक अपठनीय, प्रभावी रूप से अशोभनीय रूपांतरण है, यह जानकारी का वह संस्करण जिसे मनुश्य पढ़ और समझ नही पाते ।

AES एन्क्रिप्शन प्रक्रिया Plain Text डेटा को ऐसे Cipher Text में एन्क्रिप्शन करता है, जिसे मनुष्य द्वारा अपठनीय है और समझना भी मुश्किल है ।

Rivest-Shamir-Adleman (RSA)

RSA का मतलब रिवेस्ट, शमीर और एडलमैन है, जिन्होंने 1978 मे MIT में इस एल्गोरिथ्म का आविष्कार किया था, जिसमे दो Key का उपयोग किया जाता है, Private Key एवं Public Key।

इसमें एक निजी और सार्वजनिक Key बनाई जाती है, जिसमें सार्वजनिक Key किसी के लिए भी पहुंच योग्य होती है और निजी Key केवल Key जोड़ी निर्माता द्वारा ही पढ़ या समझ सकते है ।

RSA के साथ, निजी या सार्वजनिक Key डेटा को एन्क्रिप्ट कर सकती है, जबकि दूसरी Key इसे डिक्रिप्ट करती है । इस कारण से सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला असममित एन्क्रिप्शन एल्गोरिथम है ।

इसमें नंबरों की जानकारी रखने वाला ही कोई व्यक्ति संदेश को सफलतापूर्वक डिकोड कर सकता है ।

हमारे अन्य पोस्ट पढ़े – फायरवॉल क्या है ?

डेटा एन्क्रिप्शन कि आवश्यकता क्यों है (Why data encryption is necessary) ?

  • गोपनीयता के कारण
  • सुरक्षा के कारण
  • अखंडता के कारण
  • प्रमाणीकरण के कारण

गोपनीयता (Privacy)

एन्क्रिप्शन सुनिश्चित करता है कि इच्छित प्राप्तकर्ता या सही डेटा स्वामी को छोड़कर कोई भी संचार या डेटा को आराम से नहीं पढ़ सकता है । यह हमलावरों, विज्ञापन, नेटवर्क, इंटरनेट सेवा प्रदाताओं और कुछ मामलों में सरकारों को संवेदनशील डेटा को इंटरसेप्ट करने और पढ़ने से रोतका है ।

सुरक्षा (Security)

एन्क्रिप्शन डेटा उल्लंघनों को रोकने में मदद करता है, चाहे डेटा टांजिट में हो या आराम पर । एन्क्रिप्टेड संचार पक्षों को डेटा लीक किए बिना संवेदनशील डेटा का आदान-प्रदान करने में सक्षम बनाता है ।

डेटा अखंडता (Data Integrity)

एन्क्रिप्शन दुर्भावनापूर्ण व्यवहार जैसे ऑन-पाथ हमलों को रोकने में भी मदद करता है ।

प्रमाणीकरण (Authentication)

Public key एन्क्रिप्शन अन्य बातों के अलावा, यह स्थापित करने के लिए उपयोग किया जा सकता है कि वेबसाइट के उनार के पास वेबसाइट के TLS प्रमाणपत्र में सुचीबद्ध निजी key है । यह वेबसाइट के यूजर को यह सुनिश्चित करने की अनुमति देता है कि वे वास्तविक वेबसाइट से जुड़े हुए हैं या नहीं ।

एन्क्रिप्शन कैसे काम करता है (How encryption works) ?

एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम का उपयोग करके बड़ी मात्रा में डेटा को गुप्त पाठ या संख्याओं में परिवर्तित करता है । डिक्रिप्शन वाले केवल वे लोग या सिस्टम एन्क्रिप्टेड डेटा को समझ सकते है ।

एन्क्रिप्शन आपकी जानकारी को खंगालने के लिए एल्गोरिदम का उपयोग करता है । फिर इसे प्राप्त करने वाले पक्ष को प्रेषित किया जाता है, जो एक ज्ञमल के साथ संदेश को डीकोड करने में सक्षम होता है ।

निर्ष्कष – Conclusion

मुझे आशा है कि इस लेख से आपने एन्क्रिप्शन क्या है (What is Encryption in Hindi), इसके प्रकार, यह किस काम में आता है और एन्क्रिप्शन कैसे काम करता है इसके बारे में आपको अच्छे से समझ आ गया है ।

अगर फिर भी एन्क्रिप्शन के बारे में आपके मन में कोई भी सवाल, सूझाव या बेहतर जानकारी है तो आप हमें कमेंट करके सूचित कर सकते है । आपका कमेंट हमे इस लेख को और बेहतर बनाने में मदद करेगा ।

अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया तो इसे कृपया सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकी आपके साथ अन्य लोग भी एन्क्रिप्शन Encryption के बारे में घर बेटे जानकारी प्राप्त कर सकें ।

अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे ताकी उन्हें भी इस बारे में जानकारी प्राप्त हो सके ।

Tazahindi Staff
Tazahindi Staffhttps://tazahindi.com
इस पोस्ट के लेखक सत्यजीत है, वह इस वेबसाइट का Founder भी हैं । उन्होंने Information Technology में स्नातक और Computer Application में मास्टर डिग्री प्राप्त की हैं ।

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