असेंबली लैंग्वेज क्या है (What is Assembly Language in Hindi) ?
असेंबली लैंग्वेज एक निम्न स्तरीय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है । यह मशीनी भाषा और उच्च स्तरीय भाषा के बीच में स्थित है । यह प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से मशीन कोड को समझने में मदद करता है ।
कंप्यूटर में क असेंबलर होता है जो असेंबली कोड को मशीन कोड एक्जीक्यूटेबल में बदलने में मदद कतर है ।
असेंबली लैंग्वेज प्रोग्राम दो भागों Opcode और Operands से निर्मित होते हैं। Opcode यह परिभाषित करता है कि डेटा के साथ क्या करना है और कौन ALU ऑपरेशन है और Operands यह निर्धातिर करता है कि डेटा कहां से प्राप्त करें और परिणाम कहां रखें ।
असेंबली लैंग्वेज कितने प्रकार है (Types of Assembly Language) ?
- CISC
- RISC
- DSP
- VLIW
असेंबली लैंग्वेज क्यों सीखनी चाहिए (Why learn Assembly Language) ?
एक प्रोग्रामर के लिए असेंबली भाषा सीखना बहुत महत्वपूर्ण है । यह सिस्टम और उसके संसाधनों पर पूर्ण नियंत्रण लेने में मदद करता है । असेंबली भाषा सीखकर, प्रोग्रामर रजिस्टरों तक पहुंचने के लिए कोड लिख सकता है और पॉइंटर्स और वैल्यू के मेमोरी एडेस को पुनः प्राप्त कर सकता है ।
असेंबली भाषा सीखने से प्रोसेर और मेमोरी के कार्यों को समझने में मदद मिलती है । असेंबली लैग्वेज प्रोसेर और मेमोरी के काम को समझने में मदद करती है ।
असेंबली लैंग्वेज के फायदे है (Advantages of Assembly Language) ?
- असेंबली लैंग्वेज गति में तेज है, क्योंकि इसके निष्पादन का समय कम होते है ।
- यह जटिल कार्यों को सरल तरीके से चलान की सुविधा प्रदान करता है ।
- परिणाम प्राप्त करने के लिए इसे कम निर्देया की आवश्यकता होती है ।
- कंपाइलर बग की तुलना में असेंबलर बग को पहचानना और ठीक करना बहुत आसान है ।
असेंबली लैंग्वेज की विशेषताएं क्या है (Features of Assembly Language) ?
असेंबली लैंग्वेज की विशेषताएं निम्न प्रकार है :-
- यह न्यूमेरिक ऑपरेशन कोड की तुलना में मेमोनिक का उपयोग कर सकता है, और यह कोड में किसी भी त्रुटि की जानकारी भी प्रदान करता है ।
- इस भाषा को उस ऑपरेंड के मशीनी पते को निर्देष्ट करने की आवश्यकता नहीं है । इसे एक प्रतीक के रूप में दर्शाया जा सकता है ।
- असेंबली भाषा में दशमलव अंकन का उपयोग करके डेटा घोषित किया जा सकता है ।
निर्ष्कष – Conclusion
FAQ’s
Q1 :
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