HomeCS SubjectsComputer NetworksNetwork Communication Modes | कंप्यूटर नेटवर्क में कम्युनिकेशन मोड क्या है

Network Communication Modes | कंप्यूटर नेटवर्क में कम्युनिकेशन मोड क्या है

Network Communication Modes: आप तो जानते ही होंगे कि कम्युनिकेशन मोड कंप्यूटर नेटवर्किंग का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लेख के जरिए हम आपको कंप्यूटर नेटवर्किंग में कम्युनिकेशन मोड क्या है, इसके कितने प्रकार है, कंप्यूटर नेटवर्किंग में इसकी क्या भूमिका है और कम्युनिकेशन मोड के बारे में अन्य सभी संबंधित जानकारी के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे।

कम्युनिकेशन क्या है (What is Communication in hindi)?

कम्युनिकेशन या संचार एक ऐसी प्रक्रिया होता है जिसमें मौखिक और गैर-मौखिक तरीकों से संदेश को हम भेज और प्राप्त कर सकते है। कम्युनिकेशन समझ बनाने के उद्देश्य से दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच विचारों, राय और विचारों के रूप में जानकारी संचारित करने का दो.तरफा साधन है।

कम्युनिकेशन मोड से क्या मतलब है (What is Communication Modes in Hindi) ?

शब्द या टर्म ‘मोड’ आम तौर पर इस बात से संबंधित करता है कि कोई चीज़ कैसे की जाती है या अनुभव की जाती है। कम्युनिकेशन माध्यम अनिवार्य रूप से वह तरीका है जिससे कम्युनिकेशन होता है, चाहे वह मौखिक रूप से भाषण के माध्यम से हो या गैर.मौखिक रूप से पढ़ने, लिखने या सुनने के माध्यम से हो।

यह भी पढ़े : जावास्क्रिप्ट वेरिएबल्स को कैसे सीखें हिन्दी में, जाने यहा पूरी बिस्तार से 

कंप्यूटर नेटवर्क में कम्युनिकेशन मोड क्या है (Computer Network Me Communication Mode Kya Hai)?

कम्युनिकेशन मोड, जिसे ट्रांसमिशन मोड के रूप में भी जाना जाता है, यह एक कम्युनिकेशन चैनल के माध्यम से दो उपकरणों के बीच डेटा का स्थानांतरण करता है इसे कम्युनिकेशन मोड कहा जाता है । जिसमें एक ऑप्टिकल फाइबर, वायरलेस चैनल, कॉपर वायर्स और अन्य स्टोरेज मीडिया शामिल होते हैं।  ऐसे तो डेटा दो उपकरणों के बीच विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में प्रसारित/ कम्युनिकेशन  होता है।

यह भी पढ़ेComputer Kya Hai | कंप्यूटर क्या है पूरी जानकारी हिन्दी में

कम्युनिकेशन मोड कितने प्रकार है (Types of Communication Mode in Hindi) ?

कंप्यूटर नेटवर्किंग में कम्युनिकेशन मोड तीन प्रकार के होते है:

  1. सिम्पलेक्स मोड
  2. हाफ डुप्लेक्स मोड
  3. फुल डुप्लेक्स मोड

नेटवर्किंग में सिम्पलेक्स मोड क्या है (Simplex Communication Modes in Hindi)?

सिम्प्लेक्स मोड (Simplex Mode) एक एसी कम्युनिकेशन मोड है जिसमें सूचना केवल एक दिशा में भेजी जाती है, जिसे यूनिडायरेक्शनल (unidirectional) भी कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि सूचना केवल एक डिवाइस द्वारा चैनल के माध्यम से भेजी जाती है, दोनों के द्वारा नहीं। इसमें एक केवल प्रेषक होता है और दूसरा केवल प्राप्तकर्ता होता है।

नेटवर्किंग में हाफ डुप्लेक्स मोड क्या है (Half Duplex Communication Modes in Hindi)  ?

हाफ डुप्लेक्स कम्युनिकेशन में प्रेषक और रिसीवर के बीच कम्युनिकेशन दोनों दिशाओं में होता है, लेकिन एक समय में केवल एक ही कम्युनिकेशन कर सकता है। प्रेषक और प्राप्तकर्ता दोनों कम्युनिकेशन भेज और प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन इसमें किसी भी समय केवल एक को ही भेजने की अनुमति है।

नेटवर्किंग में हाफ डुप्लेक्स मोड क्या है (Full Duplex Communication Modes in Hindi)  ?

फुल डुप्लेक्स डेटा कम्युनिकेशन से यह मतलब होता है कि एक ही समय में सिग्नल कैरियर पर दोनों दिशाओं में डेटा कम्युनिकेशन किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, फुल डुप्लेक्स कम्युनिकेशन वाली तकनीक वाले स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क पर, एक वर्कस्टेशन लाइन पर डेटा भेज सकता है जबकि दूसरा वर्कस्टेशन डेटा प्राप्त भी कर रहा है।

यह भी पढ़ेNEST 2024 Registration शुरू, जाने कैसे करें अप्लाई

नेटवर्क कम्युनिकेशन और नेटवर्क ट्रांसमिशन में क्या अंतर है ?

कम्युनिकेशन और ट्रांसमिशन वे तरीके हैं जिनका उपयोग एक कंप्यूटर दूसरे कंप्यूटर से बात करने के लिए करते हैं। कम्युनिकेशन दोतरफा बातचीत प्रदान करता है जबकि ट्रांसमिशन संचार का केवल एक ही तरीका प्रदान करता है।

नेटवर्क कम्युनिकेशन नेटवर्क ट्रांसमिशन
कम्युनिकेशन का अर्थ है दोतरफा बातचीत, जैसे कि एक नेटवर्क में जहां कंप्यूटर एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में डेटा स्थानांतरित करने के लिए एक दूसरे से बात करते हैं। ट्रांसमिशन संचार का केवल एक तरीका है, अर्थात इसमें कंप्यूटर केवल बात कर सकता है और कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकता है।
कम्युनिकेशन एक दोतरफा संवादात्मक प्रक्रिया है जिसमें सभी प्रतिभागी सक्रिय रूप से अपना डेटा साझा करते हैं। जबकी ट्रांसमिशन एक तरह का एकतरफा डेटा ट्रांसफर है।
कम्युनिकेशन में स्रोत और गंतव्य के बीच संवाद होती है। लेकिन ट्रांसमिशन में, हम सिर्फ डेटा को गंतव्य तक पहुंचाते हैं। स्रोत और गंतव्य के बीच कोई संवाद नहीं है।

 

यह भी पढ़े : कोडिंग कैसे सीखें पूरे जानकारी हिन्दी में (How to Learn Coding in Hindi) 

पोस्ट अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे ताकी उन्हें भी इस बारे में जानकारी प्राप्त हो सके ।

Satyajit
Satyajithttps://tazahindi.com
इस पोस्ट के लेखक सत्यजीत है, वह इस वेबसाइट का Founder भी हैं । उन्होंने Information Technology में स्नातक और Computer Application में मास्टर डिग्री प्राप्त की हैं ।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular