हेल्लो पाठकों !
क्या आप जानना चाहते है- SSL क्या है (What is SSL in Hindi), SSL कितने प्रकार के होते है, SSL कि आवश्यकता क्यों पड़ती है, एक वेबसाइट सुरक्षित है या नहीं कैसे पता लगाते है ।
अगर आप इन सवालों के जबाव जानना चाहते है, तो आप सही जगह पर पहुंच गए हैं ।
तो चलिए शुरू करते है ।
SSL क्या है (What is SSL in Hindi) ?
SSL का पूरा नाम Secure Sockets Layer है, यह एक सुरक्षा प्रोटोकॉल है जिसे RSA डेटा सुरक्षा, Inc के साथ Netscape संचार निगम द्वारा विकसित किया गया था ।
SSL प्रोटोकॉल का प्राथमिक लक्ष्य संचार अनुप्रयोगों के बीच एक निजी चैनल प्रदान करना है, जो डेटा की गोपनीयता, भागीदारों के प्रमाणीकरण और अखंडता को सुनिश्चित करता है ।
आमतौर पर, SSL का उपयोग क्रेडिट कार्ड्र लेनदेन, डेटा ट्रांसफर और ऑनलाइन लॉगिन को सुरक्षित करने के लिए उपयोग किया जाता है, और सोषल मीडिय साइटों की ब्राउजिंग को सूरक्षित करते समय भी इसे आदर्श बनाया जाता है ।
यह एक सुरक्षा प्रोटोकॉल है जो इंटरनेट संचार को गोपनीयता, प्रमाणीकरण और अखंडता प्रदान करता है ।
SSL Certificate क्या है ?
SSL को केवल उन्हीं वेबसाइटों में कार्यान्वित किया जा सकता है जिनके पास SSL Certificate है । SSL Certificate एक प्रकार का डिजिटल प्रमाणपत्र है जो किसी वेबसाइट की पहचान को प्रमाणित करता है और एक एन्क्रिप्टेड कनेक्शन को सक्षम बनाता है ।
SSL प्रमाणपत्र किसी वेबसाइट या एप्लिकेशन के सर्वर द्वारा वेब पर संग्रहीत और प्रदर्शित किए जाते हैं । SSL Certificate कैसे दिखता है, निचे दिए गए चित्र से आप बेहतर अनुमान लगा सकते है ।
SSL Certificate कितने प्रकार के होते है ?
SSL प्रमाणपत्र कई प्रकार के होते हैं, जिन्हे वेबसाइटों पर लागू किया जाता है :-
- Wildcard SSL certificate
- Single domain
- Multi-Domain (SAN) SSL certificate
- EV SSL certificate
- Domain validated SSL
- Organization validation SSL
- Code signing certificate
SSL कि हमें आवश्यकता क्यों पड़ती है – Why we need a SSL connection ?
आज हर कोई प्रतिदिन ऑनलाइन के जरीए बहुत सारे लेनदेन और संचार करते है, इसलिए SSL का उपयोग का बहुत जरूरी है ।
पहले इंटरनेट पर डेटा को Plain Text में प्रसारित किया जाता था, उस संदेश को कोई भी इंटरसेप्ट करके बड़े आसानी से पढ़ सकता था ।
चलिए एक उदाहरण से समझाता हु, मान लेते है कि आपने किसी शॉपिंग वेबसाइट का दौरा किया है, और उस वेबसाइट पर अपना क्रेडिट कार्ड का नंबर दर्ज किया है, तो आपका क्रेडिट कार्ड नंबर इंटरनेट पर बिना छुपाव के घुमेगा, जिसे कंप्यूटर विशेषज्ञ और हैकर के द्वारा आपके बहुमल्य कार्ड के जानकारी को चूरा सकते है ।
इस समस्या से बचने के लिए और युजर की गोपनीयता की रक्षा करने के लिए SSL की आवश्यकता पड़ती है ।
जब भी हम एक ब्राउजर के माध्यम से किसी डेटा को भेजते या पोस्ट करते है, तो SSL यह सुनिष्चित करता है कि वह जानकारी encrypted है और इंटरसेप्शन से सुरक्षित है ।
SSL यूजर और वेब सर्वर के बीच जाने वाले किसी भी डेटा को encrypt करके यह सुनिश्चित करता है कि जो कोई भी डेटा को इंटरसेप्ट करेगा, वह केवल वर्णों की एक गड़बड़ी को देख पाए । इसके अलावा SSL कुछ साइबर हमलों को भी रोकता है ।
SSL द्वारा क्या क्या सेवांए प्रदान की जाती है ?
SSL द्वारा कई सेवांए प्रदान की जाती है, जिनका विवरण निम्न प्रकार है :-
- Fragmentation
- Compression
- Message Integrity
- Confidentiality
- Framing
SSL कैसे कार्य करता है –How does SSL works ?
मुझे उम्मीद है अबतक तो आप जान ही लिया होगा कि SSL से जुड़े वेबसाइट एक सुरक्षित वेबसाइट होता है । चलिए अव जानते है कैसे कार्य करता है ।
- जब कोई यूजर एक ब्राउजर में कुछ टाईप करके किसी वेबसाइट से कुछ जानकारी प्राप्त करने का कोशिश करता है।
- तब एक ब्राउजर SSL से सुरक्षित वेब साइट से कनेक्ट करने का प्रयास करता है, तब ब्राउजर अनुरोध करता है कि वेब सर्वर स्वंय की पहचान करें ।
- सर्वर ब्राउजर को अपने SSL प्रमाणपत्र की एक प्रति भेजता है ।
- ब्राउजर जांचता है कि क्या यह प्रमाणपत्र पर भरोसा करता है, यदि ऐसा है, तो यह सर्वर को एक संदेश भेजता है ।
- वेब सर्वर SSL encrypted सत्र शुरू करने के लिए डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित स्वीकृति वापस भेजता है ।
- तब Encrypted डेटा को ब्राउजर और वेब सर्वर के बीच साझा किया जाता है ।
एक वेबसाइट सुरक्षित है या नहीं कैसे पता लगाए है ?
किसी भी वेबसाईट को दौरा करने से पहले वह वेबसाइट सुरक्षित है कि नहीं इसका जानकारी होना बहुत जरूरी है, नही तो आपके कंप्यूटर में उपलब्ध महत्वपूर्ण डेटा या सुचना चूरी हो सकता है ।
इसलिए जब भी आप किसी वेबसाइट को दौरा करते है, पहले यह सूनिश्चित करें कि वेबसाइट सुरक्षित है कि नहीं ।
इसकी पहचान करने के लिए उस वेबसाइट की URL को देखें, एक सुरक्षित वेबसाइट का URL “http” के बजाय “https” से शुरू होगी । एक वेबसाइट सुरक्षित या असूरक्षित है ये आप निचे दिए गए तरीके से बड़ी आसानी से पता लगा सकते है ।
सुरक्षित वेबसाइट का उदाहरण :-
असुरक्षित वेबसाइट का उदाहरण :-
निर्ष्कष -Conclusion
मुझे उम्मीद है कि इस लेख जरीये में आपको अच्छे से समझा पाया हु की SSL क्या है (What is SSL in Hindi), SSL कितने प्रकार के होते है, SSL कि आवश्यकता क्यों पड़ती है, एक वेबसाइट सुरक्षित है या नहीं कैसे पता लगाते है ।
यदि फिर भी आपके मन में इस विषय में कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट के जरिये बता सकते है ।
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