हेल्लो पाठकों !
क्या आप जानना चाहते है, डीएनएस क्या है (What is DNS in Hindi), डीएनएस के प्रकार, इसका उपयोग और डीएनएस कैसे काम करता है ।
तो चलिए डीएनएस के बारे में विस्तार से जानते है।
डीएनएस क्या है (What is DNS in Hindi) ?
DNS का पूरा नाम डॉमेन नेम सिस्टम (Domain Name System) है। DNS डॉमेन नेम को आईपी एड्रेस में बदल देता है, जिसका इस्तेमाल ब्राउजर इंटरनेट में पेज लोड करने के लिए करता हैं ।
डॉमेन नेम सिस्टम इंटरनेट की फोनबुक के जैसे है । लोग डॉमेन नेम जैसे google.com, youtube.com या tazahindi.com के माध्यम से ऑनलाइन जानकारी प्राप्त करते हैं ।
DNS या डॉमेन नेम सिस्टम मूल रूप से उन डोमेन नामों को आइपी एड्रेस में टांसलेट करता है और आपके डिवाइस को सही दिशा में इंगित करता है ।
इंटरनेट से जुड़े प्रत्येक उपकरण का अपना एक नंबर होता है, इन नंबरों का उपयोग करके इंटरनेट पर यह उपकरण एक दूसरे को ढूंढते है और संवाद करते हैं, इन नंबरों को आईपी एड्रेस (IP Address) के रूप में जाना जाता है ।
डीएनएस सर्वर क्या है (What is DNS Server) ?
डीएनएस सर्वर एक ऐसा कंप्यूटर है जिसमें एक डेटाबेस होता है जिसमें उन वेबसाइटों के नाम से जुड़े पाबलिक आईपी एड्रेस रहते हैं । साइट का आईपी एड्रेस वह है जो डिवाइस को साइट के डेटा तक पहुंचने के लिए सही जगह पर जाने का निदेष देता है ।
डीएनएस का उपयोग क्या है (Why DNS used) ?
इंटरनेट सेवाओं की वैश्विक प्रकृति के लिए वितरित और स्केलेबल DNS सर्वरों के नेटवर्क की आवश्यकता होती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उपयोगकर्ता अनुरोधित सर्वर के स्थान को जल्दी से देख सकें और हल कर सकें, चाहे वे दुनिया में कहीं भी हों ।
DNS का उद्देश्य डॉमेन नाम को उपयुक्त IP Address में अनुवाद करना है । यह अनुरोधित डॉमेन के डीएनएस रिकॉर्ड को देखकर किया जाता है ।
डीएनएस सर्वर के कितने प्रकार होते है (Types of DNS Server) ?
- Recursive server
- Root name server
- TLD server
- Authoritative name server
डीएनएस क्केरी के कितने प्रकार होते है (Types of DNS queries) ?
- Recursive DNS queries
- Iterative DNS queries
- Non recursive queries
डीएनएस की जांच कैसे करते है (How do you check your DNS) ?
आपके कंप्यूटर में स्टार्ट मेंन्यू से अपना कमांड प्रॉमप्ट खोलें या अपने विंडोज टास्क बार में “cmd” टाइप करके सर्च करें ।
इसके बादए अपने कमांड प्रॉमप्ट में “ipconfig/ all” टाइप करें और एंटर दबाए ।
DNS सर्वर लेबल वाली फील्ड देखें । आशा है, इसमें आपको पूरी जानकारी मिल जाऐगा । इसमें पहला पता प्राथमिक DNS सर्वर है, और अगला पता द्वितीयक DNS सर्वर होते है ।
डीएनएस कैस काम करता है (How does DNS work) ?
आप चार आसान चरणों में समझ सकते हैं कि डीएनएस कैसे काम करता है :-
मान लीजिए आप हमारी वेबसाइट www.tazahindi.com या किसी अन्य वेबसाइट को बिजिट करना चाहते हैं ।
स्टेप-1 : आप अपना कंप्यूटर या मोबाइल पर किसी ब्राउजर को खोलें और एडेस बार में टाइप करें और कीबोर्ड पर एंटर दबाएं । यदि आपके कंप्यूटर के डीएनएक कैश में डीएनए रिकॉर्ड पाए जाते हैं, तो बाकी डीएनएस लुकअप को छोड़ देगा और आपको सीधे www.tazahindi.com पर ले जाएगा ।
स्टेप-2 : यदि कोई DNS रिकॉर्ड नहीं मिलते हैं, तो आपके लॉकेल DNS सर्वर को एक क्केरी भेजी जाती है । आमतौर पर यह आपके इंटरनेट प्रदाता का सर्वर होता है और इसे अक्सर “resolving name server” कहा जाता है ।
स्टेप-3 : यदि रिकॉर्डस को रिजॉल्विंग नेमसर्वर पर कैश नहीं किया जाता है तो DNS रिकॉर्डस का पता लगान के लिए अनुरोध को रूट नेमसर्वर को अग्रेषित किया जाता है । एक बार जब DNS रिकॉर्ड रूट नेमसर्वर पर मिल जाता है, तो यह आपके कंप्यूटर द्वारा कैश किया जाता है ।
स्टेप-4 : अब जबकि डीएनएस रिकॉर्डस स्थित हैं, सर्वर से एक कनेक्षन जहां वेबसाइट संग्रहीत है, खुल जाएगा और आपकी स्क्रीन पर www.tazahindi.com को प्रदर्शित हो जायेगा।
निर्ष्कष – Conclusion
मुझे आशा है इस पोस्ट से आपने Domain Name System (DNS) के बारे में अच्छे से हिन्दी में जानकारी प्राप्त कर लिया है ।
अगर फिर भी इस टोपिक के बारे में आपके मन में अन्य कोई सवाल या सुझाव हैं तो आप हमें टिप्पणी अनुभाग के जरीए सुचित कर सकते है ।
FAQ’s
Q1 : नेम सर्वर क्या है (What is a Name Server) ?
Ans:
Q2 : डीएनएस रिकॉर्ड क्या है (What is DNS record) ?
Ans:
Q3 : डीएनएस क्केरी क्या है ( What is DNS query ?
Ans:
Q4 : रिजॉल्विंग नेम सर्वर क्या है (What is Resolving Name Server ?
Ans:
Q5 : रूट नेम सर्वर क्या है (What is Root Name Server ?
Ans: रूट नेमसर्वर दुनिया भर में नामित सर्वर है जो डेटा को संग्रहीत करने और सिस्टम को सुचारू रूप से काम करने के लिए जिम्मेदार होता हैं ।
Q6 : डीएनएस रिवॉल्वर क्या है (What is DNS Revolver) ?
Ans: रिजॉल्वर को वेब ब्राउजर और एप्लिकेशन द्वारा भेजे गए DNS queries को लेने के लिए डिजाइन किया गया है । यह वेबसाइट URL प्राप्त करता है, और फिर उस URL के साथ जाने वाले IP Address को पुनः प्राप्त करता है ।
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