Octal Number System: अगर आप कंप्यूटर या डिजिटल सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं तो ऑक्टल नंबर सिस्टम के बारे में जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि, ऑक्टल नंबर सिस्टम का व्यापक रूप से कंप्यूटर एप्लीकेशन क्षेत्रों और डिजिटल नंबरिंग सिस्टम में उपयोग किया जाता है।इस लेख में मैं आपको अष्टक संख्या प्रणाली की प्रत्येक अवधारणा को विस्तार से समझाऊंगा, इसलिए कृपया लेख का कोई भी भाग छोड़े बिना इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
चलिए शुरु करते है।
ऑक्टल नंबर सिस्टम क्या है (What is Octal Number System in Hindi)
यह एक ऐसा नंबर सिस्टम जिसका आधार आठ होता है और 0 से 7 तक अंकों का उपयोग किया जाता है, उसे ऑक्टल नंबर सिस्टम (Octal Number System) कहा जाता है।ऑक्टल शब्द का प्रयोग उन संख्याओं को दर्शाने के लिए किया जाता है जिनका आधार आठ होता है। ऑक्टल शब्द लैटिन शब्द ‘ऑक्ट’ का संक्षिप्त रूप है जिसका अर्थ छोटा होता है।
ऑक्टल नंबर सिस्टम का आविष्कार किसने किया (Who invented Octal Number System)
विकिपीडिया के अनुसार, 1801 में, जेम्स एंडरसन ने मीट्रिक सिस्टम को दशमलव अंकगणित पर आधारित करने के लिए फ्रांसीसियों की क्रिटिसिज़ की थी। तदनुसार, उन्होंने आधार 8 का सुझाव दिया एवं उन्होंने ऑक्टल शब्द गढ़ा।
एंडरसन ब्रिटिश कंप्यूटर सोसाइटी, ब्रिटिश मशीन विजन एसोसिएशन, यूरोग्राफिक्स और ब्रिटिश सोसाइटी फॉर द फिलॉसफी ऑफ साइंस के सदस्य थे। वह रीडिंग विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान विभाग (स्कूल ऑफ सिस्टम इंजीनियरिंग) में शिक्षक भी थे।
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ऑक्टल नंबर सिस्टम में कितने अंकों का प्रयोग किया जाता है (How many digits are used in Octal Number System)
ऑक्टल नंबर सिस्टम आधार-8 संख्या प्रणाली है, जहॉ 0 से 7 अंकों का उपयोग किया जाता है। इसका मतलब है कि अन्य नंबर को बनाने के लिए केवल 8 सिम्बल्स या डिजिट्स (0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7) का उपयोग किया जाता है।
ऑक्टल नंबर सिस्टम का उपयोग क्यों किया जाता है (Why used Octal Number System)
ऑक्टल नंबर सिस्टम का व्यापक रूप से कंप्यूटर अनुप्रयोग क्षेत्रों और डिजिटल नंबरिंग सिस्टम में उपयोग किया जाता है।
कंप्यूटिंग सिस्टम 16-बिट, 32-बिट या 64-बिट शब्द का उपयोग करते हैं जिन्हें आगे 8-बिट शब्दों में विभाजित किया गया है।
इसके अतिरिक्त, ऑक्टल नंबर सिस्टम का उपयोग विमान क्षेत्र में एक कोड के रूप में भी किया जाता है।
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ऑक्टल नंबर सिस्टम में ऑपरेशन क्या है (Operations of Octal Number System)
ऑक्टल नंबर सिस्टम का इस्तेमाल करके निम्नलिखित अरिथमेटिक आपरेशन किया जा सकता है:
- ऑक्टल जोड़ (Octal Addition)
- ऑक्टल घटाव (Octal Subtraction)
- ऑक्टल गुणन (Octal Multiplication)
- ऑक्टल डिवीजन (Octal Division)
Octal Number System Table
Octal Number | Binary Equivalent Number |
0 | 000 |
1 | 001 |
2 | 010 |
3 | 011 |
4 | 100 |
5 | 101 |
6 | 110 |
7 | 111 |
ऑक्टल को बाइनरी नंबर सिस्टम में कैसे बदलें (How to convert Octal to Binary)
ऑक्टल नंबर सिस्टम रूपांतरण के लिए, हमें प्रत्येक संख्या को ऑक्टल नंबर से बाइनरी नंबर में परिवर्तित करने की आवश्यकता पड़ती है। प्रत्येक अंक को 3-बिट बाइनरी नंबर में परिवर्तित करना होता है और इस प्रकार ऑक्टल नबंर के बाइनरी समकक्ष पर पहुंचना होता है।
Example-1: Convert (14)8 into a binary number.
Steps | Octal Number | Binary Number |
1 | 1 | 001 |
2 | 4 | 100 |
3 | 14 | 001100 |
चूँकि (14)8 एक ऑक्टल नंबर है, उपरोक्त तालिका की सहायता से हम (14)8 = (001100)2 लिख सकते हैं। बायीं ओर शून्य का कोई महत्व नहीं है। इस तरह (14)8 = (001100)2 लिखेंगे ।
ऑक्टल को दशमलव नंबर सिस्टम में कैसे बदलें (How to convert Octal to Decimal)
दी गई संख्या को आठ के आधार से विस्तारित किया जाता है जहां प्रत्येक संख्या को 8 की घटती पावर से गुणा किया जाता है।
Example-2: Convert (125570)8 into a decimal number.
Steps | Octal Number | Decimal Number |
1 | (125570)8 | {(1 x 84) + (2 x 83) + (5 x 82) + (7 x 81) + 0 x 80)} 10 |
2 | (125570)8 | (4096 + 1024 + 320 + 56 + 0)10 |
3 | (125570)8 | 549610 |
Ans = (125570)8 = (5496)10
ऑक्टल को हेक्साडेसिमल नंबर सिस्टम में कैसे बदलें (How to convert Octal to Hexadecimal)
ऑक्टल को हेक्साडेसिमल में रूपांतरण दो चरणों में किया जाता है, यानी पहले ऑक्टल नंबर को दशमलव नंबर में बदला जाता है और फिर उस नंबर को हेक्साडेसिमल नंबंर में बदलते हैं।
Example-2: Convert (121)8 into a hexadecimal number.
Steps | Octal Number | Decimal Number |
1 | (121)8 | 1 x 82 + 2 x 81 + 1 x 80 |
2 | (121)8 | 1 x 64 + 2 x 8 + 1 x 1 |
3 | (121)8 | 64 + 16 + 1 |
4 | (121)8 | (81)10 |
Steps | Decimal Number | Hexadecimal Number |
1 | (81)10 | 81/16 = 5, reminder 1 |
2 | (81)10 | (51)16 |
ऑक्टल नंबर सिस्टम के फायदे और नुकसान क्या है (Advantages and disadvantages of Octal Number System)
Advantages:
अष्टाधारी संख्या प्रणाली का उपयोग करने का मुख्य लाभ यह है कि यह दशमलव और हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली की तुलना में कम अंकों का उपयोग करता है।
यह बाइनरी डेटा का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक सुविधाजनक शॉर्टहैंड प्रदान करता है।
यह बाइनरी मानों को व्यक्त करने का एक संक्षिप्त तरीका प्रदान करता है। यह सिस्टम इस सिद्धांत पर काम करती है कि प्रत्येक अंक तीन बाइनरी अंकों के समूह का प्रतिनिधित्व करता है।
Disadvantages:
ऑक्टल नंबर सिस्टम का एक नुकसान यह है कि कंप्यूटर ऑक्टल संख्याओं को सीधे तौर पर नहीं समझता हैं और इस बजे से इसे पहले बाइनरी नंबर में परिवर्तित करना पड़ता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
ऑक्टल नंबर सिस्टम, या संक्षेप में ऑक्ट, आधार-8 संख्या प्रणाली है, और 0 से 7 अंकों का उपयोग करती है। लगातार बाइनरी अंकों को तीन के समूहों में समूहित करके (दाएं से शुरू करके) बाइनरी अंकों से ऑक्टल अंक बनाए जा सकते हैं।
आशा करता हु, इस लेख में हमने किसी भी शुरुआती लोगों के लिए ऑक्टल नंबर सिस्टम सीखने के लिए सब कुछ शामिल किया है, यदि इस लेख में कुछ छूट गया है, तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन के जरिए हमे लिखकर सूचित कर सकते हैं।
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