हेल्लो पाठकों !
क्या आप जानना चाहते है, ऑपरेटिंग सिस्टम में कर्नैल क्या है (What is Kernel in Operating System in Hindi), कर्नेल के प्रकार और कैसे काम करता है ।
तो चलिए कर्नैल के बारे में विस्तार से जानते है।
ऑपरेटिंग सिस्टम में कर्नैल क्या है (What is Kernel in Operating System in Hindi) ?
कर्नैल एक ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य भाग है, इसलिए सिस्टम में हर चीज पर इसका पूरा नियंत्रण होता है । हार्डवेयर और सॉफटवेयर के प्रत्येक ऑपरेशन को कर्नेल द्वारा मेनेज और प्रशासित किया जाता है ।
यह एक ऑपरेटिंग सिस्टम का केंदीय घटक है । यह हाडवेयर स्तर पर किए गए एप्लिकेशन और डेटा प्रोसेसिंग के बीच एक सेतु का जैसा काम करता है ।
यह ऑपरेटिंग सिस्टम का वह हिस्सा है जो हमेशा कंप्यूटर मेमोरी मे रहता है और सॉफटवेयर और हाडवेयर कम्पोनेंट के बीच संचार को सक्ष बनाता है ।
जब भी कोई सिस्टम शुरू किया जाता है, तो कर्नेल पहला प्रोग्राम होता है जो बूटलोडर के बाद लोड होता है, एक बार लोड होने के बाद कर्नेल ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बाकी चीजों को संभलता या मेनेज करता है ।
जब ऑपरेटिंग सिस्टम लोड होता है, तो कर्नेल भी मेमोरी में लोड हो जाता है और तब तक वहीं रहता है जब तक ऑपरेटिंग सिस्टम फिर से बंद नहीं हो जाता ।
कर्नैल कितने प्रकार होते है (Types of Kernel) ?
इसके पॉच प्रकार होते हैं, जो है :-
- Monolithic Kernels
- Microkernel
- Hybrid Kernel
- Nanokernel
- Exokernel
ऑपरेटिंग सिस्टम में कर्नैल का कार्य क्या है (Functions of a Kernel) ?
- Process Management
- Access Computer resource
- Resource Management
- Control Memory Management
- Control Device Management
ओएस और कर्नेल के बीच क्या अंतर है (Difference between OS and Kernel) ?
Operating System | Kernel |
ऑपरेटिंग सिस्टम एक सिस्टम सॉफटवेयर है | कर्नेल सिस्टम सॉफटवेयर है जो ऑपर्रेटंग सिस्टम का हिस्सा है । |
ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर और हार्डवेयर के बीच इंटरफेस प्रदान करता है । | कर्नेल एप्लिकेशन और हार्डवेयर के बीच इंटरफेस प्रदान करता है । |
यह र्पोटेकश्न और सुरक्षा भी प्रदान करता है । | इसका मुख्य उदेश्य मेमोरी प्रबंधन, डिस्क प्रबंधन, प्रक्रिया प्रबंधन और कार्य प्रबंधन है । |
कंप्यूटर को चलाने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम की आवश्यकता होती है । | ऑपरेटिंग सिस्टम को चलाने के लिए कर्नेल की आवश्यकता होती है । |
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के बूट होने पर लोड होने वाला पहला प्रोग्राम है । | कर्नेल ऑपरेटिंग सिस्टम लोड होने पर लोड होने वाला पहला प्रोग्राम है । |
निर्ष्कष – Conclusion
मुझे आशा है इस पोस्ट से आपने कर्नैल के बारे में अच्छे से हिन्दी में जानकारी प्राप्त कर लिया है ।
अगर फिर भी कर्नैल को लेकर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमें टिप्पणी अनुभाग के जरीए पुछ सकते है ।
FAQ’s
Q1 :
Ans:
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