हेल्लो पाठकों !
क्या आप जानना चाहते है TCP/IP प्रोटोकॉल क्या है (What is TCP/IP Protocol in Hindi), टीसीपी/आईपी में कितनी लेयर होती है, TCP/IP कैसे काम करता है और TCP/IP की विशेषताएं क्या है ।
क्या आप जानते है, जब भी आप इंटरनेट से जोड़ते होते हैं, तो आप कुछ सरस चरणों में राउटर और कंप्यूटर के बीच एक कनेक्शन स्थापित करते है, चाहे आप वायर्ड या वायरलेस कोई भी तकनीक का उपयोग कर रहे हों ।
इसके लिए आपको और कुछ भी आवश्यक नहीं है क्योंकि आपके कंप्यूटर सिस्टम अपने आप ही यह सब कार्य पूरा कर लेता है ।
लेकिन यह सब टीसीपी/आईपी प्रोटोकॉज के बजे से ही संभव हो पाता है ।
चलिए शुरू करते है ।
TCP/IP प्रोटोकॉल क्या है (What is TCP/IP Protocol in Hindi) ?
TCP/IP का पूरा नाम Transmission Control Protocol/ Internet Protocol है । यह बड़े नेटवर्क के लिए डिजाइन किया गया है जिसमें नेटवर्क सेगमेंट होते हैं जो राउटर से जुड़े होते है ।
टीसीपी/ आईपी एक डेटा लिंक प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग इंटरनेट पर कंप्यूटर और अन्य उपकरणों को डेटा भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है ।
टीसीपी/आईपी प्रोटोकॉल होस्ट, नेटवर्क और इंटरनेट को आपस में जोड़ कर रखता है । इसे दुनिया भर में इंटरनेट और नेटवर्क के लिए इंजन के रूप में देखा जाता है ।
इसको डिजाइनिंग का मुख्य लक्ष्य नेटवर्क का एक इंटरकनेक्शन बनाना है, जिसे इंटरनेटवर्क या इंटरनेट कहा जाता है, जो विशम फिजिकल नेटवर्क पर सार्वभौमिक संचार सेवांए प्रदान करता है ।
टीसीपी दोनों दिशाओं में सुचना के प्रसारण की अनुमति देता है यानी एक ही समय में डेटा भेजना और प्राप्त कर सकता है ।
TCP/IP में कितने लेयर होते है ?
अधिकांश नेटवर्किंग सॉफटवेयर की तरहए को लेयरों में तैयार किया जाता है । TCP/IP मॉडल में चार लेयर होते हैं :-
- Application Layer
- Transport Layer
- Internet Layer
- Network Interface Layer
TCP/IP कैसे काम करता है (How TCP/IP Works) ?
जब भी कोई इंटरनेट पर कुछ डेटा भेजता है तो टीसीपी/आईपी प्रोटोकॉल उस डेटा को चार लेयर प्रक्रिया के अनुसार पैकेट में विभाजित करता है ।
डेटा पहले इन चारों लेयरों के माध्यम से एक क्रम में जाता है, और फिर रिवर्स ऑर्डर में डेटा प्राप्त करने वाले के पास फिर से इकठठा करता है ।
टीसीपी प्रोटोकॉल निचे दिए गए प्रक्रिया से वास्तविक संबंध स्थापित करता है :-
स्टेप-1 : सबसे पहले, अनुरोध करने वाला क्लाइंट सर्वर को एक अद्वितीय, रेनडोम संख्या के साथ एक सिंक्रनाइज पैकेट या खंड भेजता है । यह संख्या सही क्रम में पूर्ण प्रसारण सुनिचित करती है ।
स्टेप-2 : यदि सर्वर को सेगमेंट प्राप्त होता है, तो यह क्लाइंट के क्रम संख्या में एक जोड़कर एक सिंक्रनाइज पैकेट लौटाकर कनेक्शन के लिए सहमत होता है । यह साथ में क्लाइंट को अपना स्वंय का क्रमांक भी प्रेषित करता है ।
स्टेप-3 : अंत में, ग्राहक अपने स्वंय के पैकेट भेजकर िंसंक्रोनाइज सेगमेंट की प्राप्ति को स्वीकार करता है, जिसमें सर्वर का क्रम संख्या के साथ और 1 जोडा होता है ।
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निर्ष्कष –Conclusion
हमें आशा है कि इस लेख को पड़ने के बाद टीसीपी/आईपी प्र्रोटोकॉल क्या है (What is TCP/IP Protocol in Hindi), टीसीपी/आईपी की लेयर, कैसे कार्य करता है, इसके विशेषताएं के बारे में आपको अच्छे से पूरा जानकारी मिला होगा ।
फिर भी अगर आपके मन में इसके बारे में कोई सवाल या अधिक जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट या ईमेल के जरीए सुचित कर सकते है ।
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FAQ’s
Q1 :
Ans:
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Storage Area network me use hota h
Ye line bhi add kr dete
Thanks sir Gwalior Madhya Pradesh se hu me
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